हम आप की नजर से, दूर हो गये... हम आप की नजर से, दूर हो गये...
क्या बतायें कैसे, सह रहे हैं, हम गम जुदाई का...! क्या बतायें कैसे, सह रहे हैं, हम गम जुदाई का...!
एक शाम बैठ मेरे साथ, कर मुकद्दर की खैर फूल गुलाब के बाद क्या होगा, ये मत पूछ । एक शाम बैठ मेरे साथ, कर मुकद्दर की खैर फूल गुलाब के बाद क्या होगा, ये मत पूछ ...
प्यार अगर दूरी से कम होता, तो आज हर रिश्ता गुम होता। प्यार अगर दूरी से कम होता, तो आज हर रिश्ता गुम होता।
मायूसियत तुम्हारे कदमों के जाने की तड़प दिल को उलझाती रहेगी। मायूसियत तुम्हारे कदमों के जाने की तड़प दिल को उलझाती रहेगी।
अब और मैं रुक सकती नहीं, इंतज़ार अब और नहीं। अब और मैं रुक सकती नहीं, इंतज़ार अब और नहीं।